
बिहार में विधान सभा चुनाव होने वाले जिसके लिए सभी राजनीतिक दल सत्ता पाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे है !जिसके चलते सभी ने जनता को लुभाना और जाताना शुरू कर दिया है !सभी दल दावा कर रहे है की बिहार में जो भी विकास हुआ वो उनकी ही दें है चाहे उसमे केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार या विपक्ष !लेकिन कोई कुछ भी कहे लेकिन जो सच है वो सच ही रहेगा चाहे कोई कुछ भी कहे और सच पर पर्दा डालने का कितना भी प्रयास करे !नीतीश के मुख्यमंत्री बनने से पहले और बनने की बाद की तस्वीर किसी की आंख से परे नहीं है !नीतीश के कल में लालू भी विकास कार्यो का श्रेय लेने की होड़ में लगे हुए है उनका कहने है की बिहार में विकास के लिए केंद्र सरकार ने जो धन दिया उसके लिए उन्होंने ही केंद्र सरकार पर दबाव बनाया था !दबाव उन्होंने बनाया साथ ही हंगामा भी खूब मचाया और संसद की गरिमा को तार तार किया ! केंद्र सरकार पर लेकिन अपनी सेलरी बढ़ाने के लिए वो भी ५०० प्रतिशत ! एक बात तो तय है की इस बार बिहार में चुनाव का मुद्दा बस और बस विकास का रहने वाला है जो अधिकांश चुनाव से गायब ही रहता है! नीतीश के अलावा बिहार में हुए विकास कार्यो का श्रेय लेने का अधिकार किसी को नहीं है क्यूकी अब से पहले क्यों किसी ने वह विकास नहीं कर लिया !चाहे कोई कुछ भी कहे लेकिन हकीकत तो यही है बिहार में विकास रूपी क्रांति को लाने वाले सिर्फ नीतीश कुमार ही है !विपक्ष भी कमल की चीज होती है सरकार काम करे तो परेशानी न करे तो भी !पिछले पांच वर्षो में बिहार को पूरी तरह बदल दिया है वहा पर आज लोगो के पास पेट पलने का जरिया है और उसकी कीमत भी ठीक है !वहा के लोगो को पहली बार अहसास हो रहा है की उनका प्रदेश भी और सभी प्रदेश के जैसा ही है !नीतीश ने जो कुछ भी किया उसको प्रमाण की आवश्यकता नहीं है ! अगर कहा जाये की नीतीश ने बिहार को फर्श से अर्श पर पंहुचा दिया तो गलत नहीं होगा !लेकिन जब सुना की काम किसी का और वह वही लूटना सब चाहते है तो लगा की कुछ भी हो नेता जनता में भ्रम पैदा करना और उन्हें पागल बनाना कितना आसान समझते है!उनकी इस सोच को बस बस जनता ही बदल सकती है ,जनता ही है जो नेताओ को फर्श से अर्श तक सफ़र तय कराती है भले अर्श पर जाने के बाद उन्हें जनता नहीं दिखाई देती हो !