Thursday, July 22, 2010

डगर नहीं है आसान ......


मुलायम सिंह यादव ने फिर से अपनी खोयी हुई सत्ता को पाने की कवायद शुरू करदी है !श्री यादव 2012 के चुनाव को बिलकुल भी हलके में लेना नहीं चाहते है जिसके चलते उन्होंने अपनी गलती की माफ़ी भी मंगनी शुरू कर दी है !कल्याण सिंह को सपा से जोड़ने से लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक ने सपा से किनारा कर लिया था जिसके चलते लोकसभा चुनाव में सपा का एक भी मुस्लिम प्रत्याशी जीत कर संसद नहीं पंहुचा !सपा और मुस्लिमो के पुराने और कद्दावर नेता रसीद मसूद को भी हार का चेहरा देखना पड़ा! आजम खान के बाद रसीद मसूद ही सपा नेता के रूप में यूपी में मुस्लिमो की कमान संभाले हुए है !मुलायम सिंह ने रसद मसूद को पार्टी में अपने से नीची वाले ओदे से नवाजा और राज्य सभा भी भेज दिया !मुलायम सिंह यादव इस बार कोई कसार नहीं छोड़ना चाहता है ! मुलायम सिंह ने कल्याण सिंह को पार्टी से जोड़े जाने से आहात हुए मुस्लिमो से मफ्फी मांगी है और आगे इस प्रकार का कोई भी कदम न उठाने का वचन भी दे डाला !सपा के लिए सकारत्मक बात ये है की उनके इस माफीनामे को अधिकतर मोलानाओ ने हरी झंडी दे दी है और उन्हें नेक दिल इन्सान बताया है !भले ही अमर सिंह अब सपा के साथ नहीं है लेकिन उनके साथ न होने से सपा कोई ज्यादा नुकसाननहीं उठाना पड़ेगा क्योकि इसमें कोई दो राइ नही है के अमर बिना जनाधार के नेता थे हाँ ये जरुर की उनकी हाई प्रोफाइल लोगो में पैठ थी !
मुसलमानों से माफ़ी मांगने की बाद भले ही मुलायम सिंह को मुख्यमंत्री की कुर्सी नज़र आने लगी हो लेकिन श्री यादव को ये नहीं भूलना चाहिए की लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोट कांग्रेस के खाते में गयी क्या फिर वो हाथ छोडकर साईकिल चलाने लगेगी ? !यूपी में बीजेपी को छोडकर बाकि बचे तीनो बड़े दल मुस्लिम वोटो पैर सेंध लगानेका प्लान बना रहे है !यूपी में २०१२ में होने वाले चुनाव में सत्ता की डगर कांग्रेस , बसपा और सपा के लिए बिलकुल भी आसन नहीं है और बीजेपी तो सत्ता की रेस से बहार ही नज़र आ रही है !

No comments:

Post a Comment