Thursday, August 19, 2010

राजीव जी के कदम से देश रोशन


" देशभक्ति किसी एक संप्रदाय की धरोहर नहीं है देशभक्ति हर भारतीय के खून में बसी है " ये लाइन उसने कही जिसने देश को बुलंदी पर ले जाने का सपना बुना था और वो थे भारत रत्न राजीव गाँधी !उनके अन्दर देश को उन विकसित देशो की श्रेणी में लाकर खड़ा कर देनी एक अलख थी जो आज तक देश में प्रज्वलित है!देश हमारा है , हम सब भारतीयों का है इसमें कोई धर्म नहीं है बस एक धर्म है की हम सब भारतीय है !जैसे देशभक्त किसी संप्रदाय का नही होता उसी तरह देशद्रोही भी !राजीव गाँधी ने देश को जो दिया और देश के लिए जो सपना देखा उसकी तुलना की ही नहीं जा सकती है !उन्होंने जो सपने देखे थे वो आज भी पूरे किये जा रहे है !देशभक्ति केवल सीमा पर लड़ रहे जवानों के लिए नही होती !देशभक्त तो हर वो इन्सान है जो अपने देश या देश के जनता की भलाई का कोई कार्य करे और वो कार्य कुछ भी हो सकता है जैसे परेशान की मदद करना , भूखे को खाना खिलाना आदि ऐसा कुछ भी जो बस देश के हित में हो अनहित में नही !बंद मुट्ठी में बहुत ताक़त होती है लेकिन आज दो भाई साथ नही रह सकते तो पूरा देश एकजुट शायद नहीं पर कोशिश करनी चाहिए क्योकि अलग रहकर प्यार कम नहीं होता! हमे अपनी सामर्थ्य के अनुसार कुछ न कुछ कार्य देश के लिए करते रहना चाहिए १५ अगस्त और २६ जनवरी पर झंडे लगाने के अलावा भी !

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